पूरा विश्व जानता है पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति कितने पानी में है। इसके चलते पाकिस्तान के ऑटो उद्योग पर भी गहरा असर पड़ा है। बाकि अधिकांश क्षेत्रों में बिक्री लगातार गिर रही है और विशेष रूप से कार बाजार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
कार निर्माता पुरानी डिमांड को भी पूरा करने में असमर्थ है नवंबर में भी पूरा देश यहां अधिकांश मॉडल उपलब्ध कराने में विफल रहा। अगर भारत की तुलना पाकिस्तानी ऑटो बाजार से करें तो इसी महीने 2.88 लाख कारों की बिक्री हुई है।
क्या है भारी गिरावट का कारण
पाकिस्तान में ऐसे कअनेक कारण हैं जिसके वजह से लोग नई कार खरीदने में असमर्थ हो रहे हैं। इनमें से सबसे पहले और बड़ा कारण है कार की बड़ी हुई कीमतें क्योंकि ऑटो फाइनेंसिंग दरें धीरे-धीरे बढ़ ही रही हैं । देश की लड़खड़ाती हुई अर्थव्यवस्था और सामान्य मूल वृद्धि के कारण आम आदमी के कार खरीदारी में काफी कमी आई है।
अकेले दिल्ली में बिकी चार गुना अधिक करें
भारत की राजधानी दिल्ली ने अकेले ही पाकिस्तान को पीछे छोड़ दिया। एक पुरे देश की तुलना में दिल्ली में गाड़ियों की सेल 4 गुना अधिक हुई है। भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने अकेले 1.34 ल|ख यूनिट्स की सेल की।
कितनी गिरावट दर्ज की गयी
बिक्री में गिरावट की प्रकृति इतनी तीव्र की PAMA के रिकॉर्ड से पता चलता है कि वित्तीय वर्ष 2023 -24 के पहले 4 महीनोंं में सिर्फ 27163 यूनिट्स की बिक्री हुई यह 44% की बडी गिरावट है। कई सारी औटोमकेर्स कंपनी ने प्रोडक्शन रोक दिया है और देश से अपनी दुकाने बंद करने का फैसला कर लिया है।