ये हैँ दुनिया के सबसे सस्ते 2 सीटर हेलीकाप्टर | Most Affordable 2 Seater Helicopters In Hindi
Helecopter को अक्सर भारतीय नेताओं एवम भारतीय फ़ौजी सेना द्वारा चलाया जाता है, लेकिन हम आपको बता दे की एक हेलीकाप्टर और एक चोपर मे फर्क होता है, हेलीकाप्टर ज़्यादा ताकतवर एयरक्राफ्ट होता है एक चॉपर की तुलना मे जिसे सिर्फ बड़ी हस्तियाँ और सेना इस्तेमाल करती हैँ वही चॉपर उड़ानखटोले का एक ऐसा प्रकार होता है जो आम प्रजा के लिए बनाया जाता है।
उड़नखटोला यानी हेलीकाप्टर को पहाड़ी इलाकों मे ज़्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है इसी को ध्यान मे रखते हुए यह अनुभव करने किसी को स्पेन जाने की कोई आवश्यकता नहीं है क्यूंकि इस अनुभव को अब भारत मे भी अनुभव किया जा सकता है,और अगर खरीदने कोई आपके पास
पास पैसे नहीं तो भारत मे कई ऐसी कंपनीया हैँ जो हेलीकाप्टर रेंट पर भी देते हैँ, लेकिन अगर आपका सपना है हेलीकाप्टर का मालिक बनना तो आज हम आपको कुछ बहुत सस्ते हेलीकाप्टर बताएँगे जिनकी कीमत किसी SUV Car के टॉप मॉडल की कीमत जितनी होती है, जी हाँ बने रहे इस पोस्ट के साथ।
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अब आपके दिमाग में ये सवाल आ रहा होगा के हेलीकाप्टर मतलब उड़ानखटोला हवाई जहाज या फिर अन्य हवाई वाहनों मे कोनसा फ्यूल डलता होगा तो आपको हम बता दें के ज़्यादातर हेलीकाप्टर, हवाई जहाज या फिर किसी भी अन्य हवाई यान मे “एविएशन” नामक फ्यूल का इस्तेमाल होता है जो के केरोसिन का एक प्रकार है हालांकि ये भी माना जाता है के गेसोलीन यानि गैस भी एविएशन के पदार्थों मे शामिल होता है,
इसे चलाने के लिए इसको उड़ाने की ट्रेनिंग लेनी पड़ती है और पूरी तरह सिखने के बाद ही इसे भारत या किसी भी देश मे उड़ाने की आज़ादी दी जाती है और यह नियम हर देश मे समान रूप से पाया जाता है लेकिन ना सिर्फ ये बल्कि इसके अलावा कई और प्रमाण पत्र भी होते हैँ जब आप एक नया हेलीकाप्टर को खरीदने का इरादा करते हैँ तो।
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हेलीकाप्टर सामान दूसरे हवाई यान की फ्यूल इकॉनमी की बात की जाए तो इनकी फ्यूल किसी भी रोड वाहक से असमान होती है, जहाँ रोड वाहक का माइलेज प्रति किलोमीटर नापा जाता है वहीँ किसी हवाईयान का माइलेज प्रति किलोमीटर नहीं बल्कि प्रति घंटा पर आधारित होता है, जैसे के 2 घण्टे प्रति कुछ लीटर इसका सीधा मतलब होता है के कितने फ्यूल पर कितनी देर तक इसका इंजन चालू रहेगा।
भारत मे हेलीकाप्टर या किसी अन्य हवाइयान को खरीदने के लिए कई सारे प्रमाण पत्रों की ज़रुरत पडती है हालांकि कई ऐसे हेलीकाप्टर भी मौजूद हैँ जिन पर किसी भी प्रमाणपत्र ना होने पर भी उड़ाया जा सकता है,इस प्रकार के हवाईयान बेहद सस्ते और आक़ार मे काफी छोटे होते हैँ और साथ ही इनका वज़न भी बहुत कम होता है और इनमे बैठने वालों की संख्या को कम रखा जाता है इसी कारण इनको उड़ाने मे किसी प्रमाणपत्रों की ज़रुरत नहीं पडती लेकिन आप अगर ऐसे हेलीकाप्टर या हवाइयान को खरीदकर उड़ाना चाहिए हैँ तो पहले किसी वकील की सलाह ले कर ही अपने सपनो को उड़ान दें,उन सस्ते हेलीकाप्टरस मे से हम आपको 3 हेलीकाप्टरस के बारे में बताएँगे जो के ना सिर्फ भारत में बल्कि पुरे विश्व मे सबसे सस्ते कहे जाने वाले उड़नखटोले माने जाते हैँ।
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1. मोस्कीटो एविएशन XE
मोस्कीटो एविएशन सिंगल सीट वाला अल्ट्रालाइट (बहुत हल्का वज़नी) हेलीकाप्टर है, मोस्कीटो एविएशन एक कनाडा की हवाईयान निर्माता कंपनी है,यह हेलीकाप्टर को साल 2015 मे मोस्कीटो एविएशन ने बनाया था।
क्यूंकि ये एक अल्ट्रालाइट हेलीकाप्टर है तो इसका वज़न मात्र 135 किलोग्राम रखा गया है,ये हेलीकाप्टर की कुल फ्यूल रख की क्षमता की बात करें तो ये एक बार मे तो इसका फ्यूल टैंक 45 लीटर (12गैलन) एविएशन फ्यूल को भरने मे सक्षम है, ये एक सीट वाला हेलीकाप्टर ज़्यादा से ज़्यादा दो लोगो को ले उड़ने मे कारगर है, अगर इसकी उड़ान गति (speed) की बात करें तो ये हेलीकाप्टर 135 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से उड़ सकता है,इसके फ्यूल टैंक को पूरा भरने बाद 241 किलोमीटर (150मिल) तक का सफर तय कर सकते हैँ।
इसके इंजन की ताक़त की बात करें तो इसमें आपको एक इंजन मिलता है जिसे कम्पैक्ट रेडिअल इंजन कहा जाता है।
मोस्कीटो एविएशन XE की शुरुआती कीमत 15,000 अमेरिकन डॉलर है जो भारतीय रुपयों मे 10 लाख बनते हैँ,भारतीय बाजार मे इसकी कीमत 25 लाख रुपय से शुरू होती है जो के Tata Safari या Mahindra 700 अथवा Hyundai Alcazer के टॉप मॉडल की कीमत के समान है।
2. हेलीव्हेल अफलीना (HeleWhale Afelina)
हेलीव्हेल अफलीना को साल 2015 में रुस्सिय कंपनी द्वारा बनाया गया था,का वज़न 270 किलग्राम है जो 170 किलोग्राम जितने वज़न को उचक के ले जाने मे सक्षम है,इसकी उड़ान गति की बात करें तो ये हेलीकाप्टर 250 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से उड़ता है।
इसके फ्यूल भरने की क्षमता 12 से 16 लीटर फ्यूल भर सकता है और एक बार फ्यूल टैंक को पूरा भरने के बाद ये हेलीकाप्टर 750 किलोमीटर का अंतर तय कर सकता है, यह एक two सीट हेलीकाप्टर है और कहा जाता है के इसमें पाइलेट समेत कुल दो मुसाफिर बैठ सकते हैँ।
इसकी एक बात जो इस कीमत मे आने वाले अन्य उड़नखाटोलों स्वागत इसे अलग बनाती है वह है इसके पँख, इसमें आपको दो रोटोर मिलते हैँ पर दोनों डबल रोटर्स हैँ, यह टेक्नोलॉजी यान के पंख से निकलते आवाज़ को कम करने का काम कर्रे हैँ और उड़ने मे काफी अच्छी स्टेबिल्टी मुहैया कराते हैँ।
हेलीव्हेल अफेलीना का इंजन 115 Bhp तक का पावर बनाता है और उसकी खास बात ये है के ये ना सिर्फ एविएशन फ्यूल से चलता है बल्कि ये पेट्रोल से भी चलता है जो फ्यूल car में भी इस्तेमाल किया जाता है।
हेलीव्हेल अफलीना की कीमत 1.20 लाख अमरीकान डॉलर हैँ और अगर इन्हे भारतीय रुपय मे देखे तो ये बनते हैँ 80 लाख रूपये के आसपास।
3. रोबिनसन R22 (Robinson R22)
इस हेलीकाप्टर रोबिनसन R22 का निर्माण साल 1973 रोबिनसन के चेयरमैन फ्रैंक D ने किया था फिर इसकी पहली उड़ान 1975 मे ली गई थी और साल 1979 व्यवसाई रूप से बाजार मे बिकना शुरू हुआ,जिसे आजतक सराहा जाता है इसकी कीमत और सुविधाओं की वजह से,उस वक़्त जब ये लॉन्च हुआ था इसे टीवी के news चैनल्स के द्वारा इसे सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाता था इसका जिसका मुख्य कारण इसकी कीमत और छोटा आक़ार है तो इस से कही भी छोटी जगह में उतारा जा सकता था,ये एक 2 सीटर हेलीकाप्टर है जिसमे दो यात्री आराम से बैठ सकते हैँ,दोनों सीट्स के निचे आपको लगेज रखने की सुवड़ा मिल जाती है और इसके अलावा लगेज की कोई और सुविधा इस उड़नखटोले मे नहीं दी गई है।
अगर एक और चीज की बात करें जो इसको औरों से अलग बनाती है तो वह इसका कण्ट्रोल हैंडल है, आमतौर पर ज़्यादातर हेलीकाप्टर्स मे दो तरफ (दोनों पाइलेट के लिए ) दोनों तरफ अलग अलग दो कण्ट्रोल हैंडल्स होते हैँ पर रोबिनसन R22 मे एक ही कण्ट्रोल हैंडल मिलता है जो इसके बिचौबीच मिलता है और इसके ऊपर एक बार लगा होता है जो दोनों पाइलेट के हाथ मे रहता है।
ये एक पिस्टन पावर्ड 4 स्ट्रोक इंजन के साथ आता है, सामान्य रूप से इस रंगे मे 2 स्ट्रोक इंजन वाले हेलीकाप्टर मिलते हैँ तो 4 स्ट्रांजे इंजन का होना इस उड़नखटोले की खूबियों मे शामिल होती है,एक बार फ्यूल टैंक को पूरा भरने पर इससे 386 किलोमीटर का सफर तय किया जा सकता है,अगर इसकी उड़ान गति की बात करें तो ये उड़नखटोला 99 मिल प्रति घंटा की गति से उड़ सकता है और हम इस अगर किलोमीटर में नापे तो ये लगभग 160 किलोमीटर प्रति घंटा की गति पर उड़ सकता है।
अगर इसकी कीमत की नात करें तो अमरीका मे इसकी कीमत इमरीका मे इसकी कीमत 250,000 अमरिकन डॉलर है जो भारतिय करेंसी मे 1.89 करोड़ होती है फिर भी अमरीका मे इसे सबसे सस्ता हेलीकाप्टर माना जाता है।
4. ब्रांटली B-2 (Brantly B-2)
ब्रांटली हेलेकपटर कोरपोरेशन ने साल 1953 में इस ब्रांटली B-2 नामक उड़नखटोले की पहली उड़ान भरी थी, फिर 1958 में इसे बिक्री के लिए मुहैया कराया था,इस हेलीकाप्टर में आपको lycoming 0-360 4 सिलिंडर वाला इंजन मिलता है जो पावर बनाता है 185bhp तक की जिसके तहत यह उड़नखटोला 160 किलोमीटर प्रति घंटा की उड़ान गति को छू लेता है,
ब्रांटली B-2 में आपको 120 लीटर का फ्यूल टैंक मिलता है जो एक बार फुल होने के बाद ये हेलीकाप्टर लगभग 400 किलोमीटर का सफर तय कर सकता है।
ये उड़नखटोला इतिहास मे एक नाकाम हेलीकाप्टर के लेहाज से देखा जाता है लेकिन फिर भी अभी तक इसके लगभग 334 यूनिट्स बिक चुके हैँ और ये आंकड़े चौकाने वाले हैँ, जबकि इसका प्रोडक्शन तो साल 2011 मे ही रोक दिया गया था, तो इसकी बिक्री के आंकड़े इतने ज़्यादा क्यों? हम आपको इसका जवाब दे देते हैँ।
ये हेलीकाप्टर बाजार मे सबसे सस्ता हेलीकाप्टर है, इसकी कीमत 1,000 अमरीकी डॉलर हैँ जो के भारतीय करेंसी के हिसाब से 7.57 लाख रूपये के आसपास होती है, ज़ाहिर है सस्ता है तो बिकेगा ही।
ध्यान रहे : हवाई यान की कीमतों और बिक्री के आंकड़े घटते बढ़ते रहते हैँ, तो अगर भविष्य मे कुछ बदलाव होता है तो wheelshindi उसकी ज़िम्मेदारी नहीं लेता तो कृपया पूरी जानकारी लेने के बाद ही खरीदने का मन बनायें,हवाई यान चलाने के लिए कई कडे नियमों का पालन करना पड़ सकता है तो आपको ये बता दें के हेलीकाप्टर खरीदने से पहले किसी वकील या फिर सरकार की सलाह लें,और इस पोस्ट से हमारा उद्देश्य किसी कंपनी किसी प्रोडक्ट को बुरा कहने का नहीं है बल्कि हमारा उद्देश्य सिर्फ आपकी सही जानकारी देना है।